Ram Navami 2024: – कब है, रामनवमी का महत्व और रामनवमी तिथि, शुभ मुहरत और अयोध्या मे राम मंदिर मे राम नवमी कैसे होने वाली है खास, ;- हर साल चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को रामनवमी का त्योहार मनाया जाता है। इस बार रामनवमी 17 अप्रैल को है। सनातन धर्म में रामनवमी का बड़ाही महत्व है और इस पर्व को अधिक उत्साह के साथ मनाया जाता है। शास्त्रों के अनुसार, इस दिन भगवान श्रीराम का जन्म हुआ था। इसलिए चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को रामनवमी के रूप में मनाई जाती है।
धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, इस दिन भगवान श्रीराम का जन्म हुआ था। इसलिए चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को रामनवमी के रूप में मनाई जाती है। इस बार रामनवमी 17 अप्रैल को है, और राभक्तों के लिए बेहद खास होने वाली है। 22 जनवरी को अयोध्या के राम मंदिर में रामलला विराजमान हो गए है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस साल 22 जनवरी 2024 को अयोध्यामे बने मंदिर मे रामलला के नवीन विग्रह की ‘प्राण-प्रतिष्ठा’ की थी। क्योंकि लंबे समय के बाद भगवान श्रीरामलाल जन्मभूमि अयोध्या में बने राम मंदिर में विराजमान हैं। आखिर यही वजह है कि इस बार रामनवमी के अवसर पर अयोध्या मे सुनहरा नजारा देखने को मिलेगा। इस सुनहरे मौके पर श्री राम लला का सूर्य किरणो का अभिषेक किया जाएगा। इसको लेकर राम लाल के मंदिर मे तयारिया जोरोन से चल रही हैं। आईए आज जान लेते है राम नवमी का क्या है महत्व.
Ram Navami 2024: – राम नवमी का महत्व
हर साल चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को रामनवमी का त्योहार मनाया जाता है। इस बार रामनवमी 17 अप्रैल को है। सनातन धर्म में रामनवमी का बड़ाही महत्व है
धार्मिक मान्यता है कि चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को दोपहर बारह बजे भगवान श्रीराम का जन्म हुआ था, हिंदू धर्म में भगवान सूर्य देव को ऊर्जा का स्रोत और ग्रहों का राजा माना गया है। भगवान श्री राम को जगत के पालनहार, भगवान विष्णु के 10 अवतारों में 7वां अवतार माना जाता है। हिन्दू धार्मिक मान्यता अनुसार सूर्य देव का हमारे जीवन मे बडाही महत्व है। ऐसा माना जाता है कि सूर्योदय के दौरान सूर्य देव को जल और पूजा करने से जीवन सारे के कष्ट दूर होते है, और उसे जीवन मे सुख समृद्धि, शुभ लाभ की प्राप्ति होती है। साथ ही कुंडली के सारे दोष दूर होके मौजूद सूर्य की स्थिति मजबूत होती है।
रामनवमी 2024 तिथि
16 अप्रैल दिन मंगलवार को दोपहर 01 बजकर 23 मिनट से प्रारंभ होगी नवमी तिथि 17 जनवरी बुधवार को दोपहर 03 बजकर 14 मिनट तक मान्य रहेगी
रामनवमी 2024 मुहरत
11 बजकर 03 मिनट से प्रारंभ होगा और दोपहर 01 बजकर 38 मिनट तक रहेगा. 2 घंटे 35 मिनट तक शुभ समय रहेगा।
रामनवमी पर राम लला पर सूर्य किरणों का होगा अभिषेक
अयोध्या मे राम मंदिर मे राम नवमी कैसे होने वाली है खास, आईए जान लेते है।
रामनवमी पर रामलला का विशेष सूर्य अभिषेक किया जाएगा।, ये नजारा राम मंदिर में देखने को मिलेगा, वह अपने आप में बेहद खास होगा. दरअसल दोपहर करीब 12 बजे सूर्य की किरण रामलला का अभिषेक करेंगी. ठीक 12 बजे सूर्य की किरण रामलला के ललाट पर पड़ेंगी और उनका तिलक करेंगी. इस विधि को सूर्य अभिषेक कहा जाता है। राम जन्मोत्सव पर 4 मिनट तक रामलला के ललाट पर सूर्य की किरणें पड़ेगी और रामलला का सूर्य तिलक होगा। हिंदू धर्म में भगवान सूर्य देव को ऊर्जा का स्रोत और ग्रहों का राजा माना गया है। जब भगवान सूर्य देव की किरण भगवान का अभिषेक करती हैं, तो इससे आराधना में और देवता का भाव जागृत होता है।